हाथरस जिले की कोतवाली सासनी क्षेत्र के आगरा-अलीगढ़ रोड पर यात्रियों की जान को खतरे में डालने वाली एक गंभीर घटना सामने आई है, जिसने पहले की सप्ताह में यातायात माह व्यवस्था की पोल खोल दी है। पैसों के लालच में ई रिक्शा की छत पर सवारी बैठाकर सभी सुरक्षा मानकों और यातायात नियमों को ताक पर रखते हुए एक युवक को ई-रिक्शा चालक मौत का सफर कराता दिखाई दे रहा है। ई रिक्शा युवक को छत पर बैठाकर सरेआम सड़क पर दौड़ाता दिख रहा है। यह दृश्य न केवल नियमों का खुला उल्लंघन था, बल्कि किसी भी समय एक बड़े हादसे का कारण बन सकता था।
ई रिक्शा की छत पर बैठकर खतरों का सफर करता युवक।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, व्यस्त सासनी-आगरा-अलीगढ़ रोड पर यह ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को लेकर जा रहा था। जब अंदर जगह नहीं बची, तो चालक ने मुनाफा कमाने की होड़ में एक युवक को ई रिक्शे की टीन की छत पर बैठने के लिए कह दिया। युवक मजबूरी या जल्दबाजी में छत पर बैठ गया, जबकि चालक बेपरवाह होकर तेज रफ्तार से रिक्शा चला रहा था। यह स्पष्ट रूप से मोटर वाहन अधिनियम के तहत ओवरलोडिंग और असुरक्षित यात्री परिवहन का मामला है।
यातायात माह के पहले सप्ताह में नियमों की धज्जियां उड़ी।
ई-रिक्शा के लिए अधिकतम चार सवारियों को बैठाने का नियम है, साथ ही किसी भी यात्री को वाहन की छत या बाहर की ओर लटका कर ले जाना सख्त मना है। यह कृत्य सड़क सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है, क्योंकि छत पर बैठे व्यक्ति के गिरने से या ई-रिक्शा का संतुलन बिगड़ने से अन्य वाहनों के साथ भी दुर्घटना हो सकती है। स्थानीय नागरिकों और राहगीरों ने इस तरह के खुलेआम नियम उल्लंघन पर गहरी चिंता व्यक्त की है। यदि समय रहते इन चालकों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो यह जानलेवा लापरवाही भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना को न्योता दे सकती है।

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