1 करोड़ की ठगी करने वाले 6 शातिर ठगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, सीबीआई और आर्मी ऑफिसर बन लोगो के साथ ठगी करते थे।

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एसओजी टीम व थाना कोतवाली नगर पुलिस की संयुक्त कार्यवाही के दौरान ऐसे शातिर ठग गैंग को पकड़ा है जो लोगों को सीबीआई और आर्मी ऑफिसर बनकर खुद के ट्रांसफर होने की बात करते हुए अपने घरेलू समान की बिक्री होने की बात कहकर लोगो के साथ ठगी करते थे।इन शातिर ठगो ने करीब एक करोड रूपये से अधिक की ठगी की है।पुलिस ने इस गिरोह का भण्डाफोड करते हुए 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।सभी आरोपी जनता के लोगों को रुपयों का लालच देकर उनके बैंक खाते किराये पर लेने तथा किराये के खातों में फ्राड कर ठगी के पैसे ट्रांसफर करते थे।वही यह शातिर ठग एटीएम कार्ड से ठगी के रूपये निकलकर आपस में बांट लेते थे।

6 शातिर ठगो को पुलिस ने किया गिरफ्तार कब्जे माल बरामद।

आपके बता दे कि हाथरस में एसओजी टीम और थाना कोतवाली नगर पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति अलीगढ़ बाईपास की ओर जाने वाली सड़क पर गंगाधाम कॉलोनी की पुलिया के पास खड़े हैं।इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए, टीम ने मौके से इन छह अभियुक्तों को धर दबोचा।पुलिस ने इन शातिर ठगों के कब्जे से 15 हजार रुपए नगद,17 एटीएम कार्ड,8 मोबाइल फोन,13 कूट रचित आधार कार्ड,1 पास बुक बरामद की है।

एसपी हाथरस चिरंचीवी नाथ सिन्हा ने दी जानकारी।

वही हाथरस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा ने घटना का खुलासा करते हुए मीडिया को बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ ने बताया कि अंसार, हमजा, हाशिम और इरफान जैसे सदस्य भोले-भाले लोगों को लालच देकर उनके नाम पर खुले बैंक खाते किराए पर लेते थे।फिर इन्हीं खातों से जुड़े रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और एटीएम कार्ड मुख्य आरोपी बसीम को सौंप दिए जाते थे। बसीम को इस काम के 5,हजार रुपये मिलते थे। जिसमें आरोपी वसीम 2,500 रुपये खाताधारक को देता था। इसके बाद, बसीम अपने गांव के मुस्तकीम, आरिफ, अल्ताफ, इरफान, वारिस, साहिल और आदि को खाता संख्या उपलब्ध कराता था। यह सातों शातिर ठग खुद को आर्मी और सीबीआई ऑफिसर बताकर लोगों को अपने विश्वास में लेते थे और अपने ट्रांसफर होने की बात कहकर अपने घरेलू सामान को कम कीमत पर बेचने का झांसा देकर ठगी करते थे।

Post a Comment

0 Comments