हाथरस जिले के सासनी कोतवाली क्षेत्र के आगरा-अलीगढ़ रोड पर गुरुवार को हुए भीषण सड़क हादसे में रोडवेज बस और टैंकर की टक्कर ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया था। यह दुर्घटना सिर्फ चार लोगों की मौत और 21 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसने पीछे छोड़ दिया है एक ऐसा दर्दनाक मंजर, जो कल हुए हादसे की भयावहता की खामोश गवाही दे रहा है।
हादसे के बाद बिखरा पड़ा है यात्रियों का सामान।
वही आज शुक्रवार को, जब घटना स्थल पर नज़र डाली गई, तो दिल दहल गया। कल की भीषण टक्कर जिसमें रोडवेज बस और टैंकर के परखच्चे उड़ गए जिसके बाद घटनास्थल पर यात्रियों का सामान बिखरा पड़ा मिला। सड़क किनारे, बस के अंदर और घटनास्थल पर चप्पल, जूते, और कपड़े पड़े थे, जो इस बात की चीख चीख कर गवाही दे रहे थे कि कैसे अचानक जिंदगी की रफ्तार पर ब्रेक लग गया।बस के भीतर किसी यात्री का मिठाई का डिब्बा फंसा था। कहीं किसी की चप्पल अटकी हुई थी।सबसे हृदय विदारक था रोटी-सब्जी से भरा टिफिन पड़ा मिलना।
बस में जूते चप्पल,मिठाई,खाने का डिफिन हादसे की मूक गवाही दे रहे।
यह मंजर बताता है कि यात्री सफर के लिए निकले थे, शायद किसी अपने से मिलने या काम पर जाने के लिए, और एक पल चार लोगों की जिंदगी छीन गई और 21 लोग महीनों अस्पताल और डॉक्टरों के चक्कर लगाने को मजबूर कर दिया। हर बिखरी हुई चीज़, हर छोटा सा सामान, कल के उस भयंकर हादसे का मूक गवाह बना हुआ है।जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है।दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। गंभीर रूप से घायल लोगों को जिला अस्पताल और अलीगढ़ रेफर किया गया। पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
सासनी पुलिस घटनास्थल का पुनः निरीक्षण किया।
आज दोपहर सासनी पुलिस एक बार फिर घटनास्थल पर पहुंची और रोड किनारे गड्ढे में फंसे कैंटर को निकालने के काम में जुटी रही। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है और दुर्घटना के कारणों की गहन जांच शुरू कर दी है। फिलहाल, पूरा सासनी क्षेत्र इस दर्दनाक घटना से सदमे में है। यह हादसा एक बार फिर सड़कों पर सुरक्षा और नियमों के पालन की जरूरत को रेखांकित करता है।




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