रोडवेज परिचालक ने उच्चाधिकारियों पर प्रताड़ित करने के लगाए गंभीर आरोप,70 से 80 हजार रुपए की रिश्वत देकर नौकरी मिली।

 


हाथरस जिले में परिवहन विभाग में तैनात एक रोडवेज बस परिचालक ने अपने उच्च अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।परिचालक का आरोप है कि अलीगढ़ परीक्षेत्र RM द्वारा उसे नौकरी निकला दिया जाता है।फिर हजारों की रुपए की रिश्वत लेकर RB टेंशन के माध्यम से वापस नौकरी पर रख लिया जाता है।लेकिन नौकरी से हटाए जाने के दौरान संविदा कर्मी तरुण परिचालक ने अपने उच्चाधिकारियों की शिकायत सीएम पोर्टल पर की थी।जिसकी जांच आने पर परिचालक पर अधिकारी दबाव बना रहे है कि इसमें अपना शपथ पत्र दे दो जिससे तुम दुबारा नौकरी कर सको।

रोडवेज परिचालक ने उच्चाधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप।

आपको बता दे कि कोतवाली हंसायन क्षेत्र के गांव बस्तोई के रहने वाले तरुण पुत्र श्री भगवान सिंह हाथरस रोडवेज डिपो में संविदा परिचालक के रूप में नौकरी करता है।उसकी बस का रूट आगरा से हाथरस होते हुए ऋषिकेश तक है।रोडवेज के अधिकारी उसे आए दिन प्रताड़ित कर रहे है।उस पर शिकायत वापस लेने का दवाब बना रहे है।जानकारी के अनुसार परिचालक तरुण को 23 अप्रैल 2024 में 3 सवारियों को बिना टिकट सफर कराने के आरोप में निष्काशित कर दिया गया था और उसकी जांच खोल दी गई थी।

भ्रष्टाचार की शिकायत का निस्तारण कराने को ARM दबाव बन रहे।

वही रोडवेज में संविदा कर्मी तरुण कुमार सिंह परिचालक के रूप में कार्यरत है।तरुण कुमार का कहना है कि हाथरस नोएडा मार्ग पर 23 अप्रैल 2024 में 3 सवारी बिना टिकट बैठाने के प्रकरण में उसे निष्काशित कर दिया गया था। जिसके बाद मेरे द्वार RB टेंशन प्रकिया के तहत मुझे फिर से ड्यूटी पर लगाया गया।इस प्रकिया के दौरान करीब 70 से 80 हजार रुपए बतौर रिश्वत मेरे द्वारा विभागीय अधिकारियों को दिए गए। जिसके बाद पुनः नए सिरे से ड्यूटी पर तैनात किया गया।

70 से 80 हजार की रिश्वत देकर मिली दुबारा नौकरी।

लेकिन 23 अप्रैल को जब में RM अलीगढ़ द्वारा निष्काशित किया था।तभी मेरे द्वारा एक शिकायत सीएम पोर्टल पर की गई थी,अब उसकी जांच आ गई है,तो हाथरस ARM मुझ पर शिकायत में शपथ पत्र लगाने के लिए दबाव बना रहे है इस लिए मुझे नौकरी से हटाया दिया गया है।मैने भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत की थी।70 से 80 हजार रुपए की रिश्वत देकर मुझे नौकरी दी गई थी।

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